देहरादून में अवैध देह व्यापार के संचालन की सूचना पर पुलिस ने प्रभावी कार्रवाई की है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) देहरादून को गोपनीय तरीके से सूचना मिली थी कि नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में एक होटल के माध्यम से अनैतिक कार्य चलाए जा रहे हैं।
इस सूचना के आधार पर, एसएसपी ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट, एसओजी और नेहरू कॉलोनी पुलिस की एक संयुक्त टीम का गठन किया। टीम ने 22 अक्टूबर 2024 को दून यूनिवर्सिटी रोड पर स्थित होटल नेगी पैलेस पर आकस्मिक चेकिंग की।
कार्रवाई का विवरण:
पुलिस टीम ने होटल में छापा मारकर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें संजू शाही, आकाश गुप्ता और मोहम्मद अजकान शामिल हैं। इसके अलावा, चार महिलाओं को विभिन्न राज्यों—हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, और त्रिपुरा—से रेस्क्यू किया गया। ये महिलाएं नौकरी और बेहतर वेतन का लालच देकर यहां लाई गई थीं।
मुख्य आरोपी संजू शाही, जो पहले भी इस प्रकार के अपराधों में दो बार जेल जा चुका है, ने पुलिस को बताया कि वह एक वेबसाइट के माध्यम से ग्राहकों से संपर्क करता था और उन्हें होटल में बुलाता था। पुलिस ने मौके से कई आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की।
अभियुक्तों के खिलाफ कार्रवाई:
गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम, 1956 की धारा 3, 4, 5, 6, और 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने यह सुनिश्चित किया है कि रेस्क्यू की गई महिलाओं को उचित सहायता और सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
गिरफ्तार अभियुक्त:
1. संजू शाही पुत्र दल बहादुर शाही
निवासी: गांव दैलेख, नौलापुर, थाना बुरी गांव, जिला बदरिया, नेपाल (मुख्य आरोपी)
2. आकाश गुप्तापुत्र नरेश गुप्ता
निवासी: तबीला नर्सिंग होम, बड़ी सब्जी मंडी, धौलपुर, राजस्थान (ब्रोकर)
3. मोहम्मद अजकान उर्फ मोहम्मद सलमान पुत्र मोहम्मद इदरीश
निवासी: गांव बसंतगंज, पोस्ट बेवली, रायबरेली, उत्तर प्रदेश
वांछित अभियुक्त:
1. दीपक पुत्र राजवीर सिंह
निवासी: अशोक नगर, नई दिल्ली (होटल मालिक)
2. शोएब
निवासी: मेहुवाला, थाना पटेलनगर, देहरादून (ब्रोकर)
पुलिस ने कार्रवाई की गंभीरता को देखते हुए इस रैकेट के अन्य सदस्यों की तलाश जारी रखी है। समाज में इस प्रकार के अवैध कार्यों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का संदेश देने के लिए पुलिस सतत प्रयास कर रही है।