मसूरी म्युनिस्पिल पोस्ट ग्रेजुएट कालेज में “जी-20: अवसर या चुनौती” विषय पर एक महत्वपूर्ण सेमिनार आयोजित किया गया, जिसमें आर्थिकी, पर्यावरणीय संतुलन और रोजगार जैसे विभिन्न मुद्दों पर गहन चर्चा की गई।
सेमिनार में मुख्य अतिथि कुमायूं यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति डा. होशियार सिंह धामी ने जी-20 समिट में लिए गए निर्णयों की उपादेयता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम युवाओं को महत्वपूर्ण जानकारियों से अवगत कराते हैं और सरकारों को विकास के रोडमैप तैयार करने में मदद करते हैं।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, संस्कृत विश्वविद्यालय हरिद्वार के डा. बी. के. सेठी, डा. जसपाल खत्री, प्रो. ममता सिंह और प्रो. मैरी ताहिर सहित अनेक विशेषज्ञों ने अपने विचार प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम की संयोजिका डा. शालिनी गुप्ता और कालेज के प्राचार्य डा. अनिल कुमार सिंह चैहान ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। सेमिनार में छात्रों और शोधार्थियों की बड़ी संख्या ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन सुश्री रिया शर्मा और डा. दिनेश जैसाली ने किया।
इस मौके पर एक स्मारिका का भी लोकार्पण किया गया, जो सेमिनार की महत्वपूर्ण चर्चा को संजोए रखेगी।