मसूरी: मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन ने उत्तराखंड सरकार से अपील की है कि नगर निकाय चुनावों को जनवरी 2025 में आयोजित करने का प्रस्ताव पुनः विचाराधीन रखा जाए। संगठन ने मुख्यमंत्री और उप जिलाधिकारी मसूरी को भेजे ज्ञापन में बताया कि शीतकाल के दौरान चुनाव कराना पहाड़ी क्षेत्रों के नागरिकों के लिए असुविधाजनक होगा।
संघ के प्रमुख तर्क:
1. जनवरी में मसूरी और अन्य पहाड़ी क्षेत्रों में भारी ठंड, बारिश और हिमपात का सामना करना पड़ता है, जिससे मतदान प्रक्रिया प्रभावित होगी।
2. ठंड के कारण कई नागरिक शीतकालीन अवकाश में मैदानी क्षेत्रों में चले जाते हैं, जिससे शत-प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करना कठिन होगा।
3. विद्यालयों और शिक्षण संस्थानों के शिक्षक, अभिभावक और छात्र शीतकालीन छुट्टियों के दौरान शहर छोड़ देते हैं।
4. करीब 4000 से अधिक शिक्षकों और कर्मचारियों के अन्यत्र जाने से मतदान प्रतिशत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
5. अगर चुनाव के दिन हिमपात हुआ, तो मतदान केंद्र तक पहुंचना आम मतदाताओं के लिए मुश्किल होगा।
एसोसिएशन की मांग:
एसोसिएशन ने अनुरोध किया है कि निकाय चुनाव जनवरी-फरवरी 2025 के बजाय बोर्ड परीक्षाओं के बाद कराए जाएं, ताकि ठंड के प्रभाव और अवकाश के दौरान होने वाली असुविधाओं से बचा जा सके।
ज्ञापन पर संगठन के पदाधिकारियों रजत अग्रवाल, जगजीत कुक्रेजा, नागेन्द्र उनियाल, अतुल अग्रवाल, और सलीम अहमद ने हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को सभी बिंदुओं पर विचार करते हुए ऐसा निर्णय लेना चाहिए, जिससे मतदाता बिना किसी बाधा के लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग ले सकें।
संभव प्रभाव:
संगठन की इस मांग को अन्य पहाड़ी क्षेत्रों से भी समर्थन मिल सकता है, क्योंकि शीतकाल में चुनाव कराना पूरे राज्य के पर्वतीय इलाकों में चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है।