मसूरी: लंढौर निवासियों ने लंढौर और घंटाघर पार्किंग की निविदा को स्थानीय नागरिकों के हितों के खिलाफ बताते हुए इसे निरस्त करने की मांग की है। इस संदर्भ में वरिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ता मेघ सिंह कंडारी के नेतृत्व में एसडीएम को एक ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि मसूरी नगर पालिका ने लंढौर और घंटाघर सहित अन्य पार्किंग स्थलों की निविदा जारी की है। निवासियों का कहना है कि यह निर्णय स्थानीय नागरिकों के हित में नहीं है। लंढौर और घंटाघर पार्किंग को वर्षों से स्थानीय लोग उपयोग कर रहे हैं, जिससे न केवल ट्रैफिक जाम से राहत मिलती है, बल्कि नागरिकों को अपने वाहन सुरक्षित खड़े करने की सुविधा भी मिलती है।
स्थानीय नागरिकों को होगी असुविधा
कंडारी ने बताया कि निविदा के बाद यदि पार्किंग निजी हाथों में चली जाती है, तो स्थानीय लोगों को मुफ्त पार्किंग की सुविधा बंद हो जाएगी। इससे स्थानीय निवासियों को अपने वाहन सड़कों पर खड़े करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा, जिससे हर समय जाम की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
नगर पालिका के फैसले पर आपत्ति
ज्ञापन में मांग की गई कि नगर पालिका को इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए और स्थानीय नागरिकों के हितों को प्राथमिकता देनी चाहिए। मसूरी के लोगों ने निविदा को रद्द करने की अपील करते हुए कहा कि यदि इसे लागू किया गया तो शहर की ट्रैफिक व्यवस्था और नागरिकों की सुविधा दोनों प्रभावित होंगी।
नगरवासियों ने प्रशासन से शहरहित में तत्काल इस निविदा को निरस्त करने की मांग की है।