मसूरी: उत्तराखण्ड जल निगम के अधिकारियों ने आज झड़ीपानी क्षेत्र का दौरा किया, जहां सीवर लाइन बिछाने के लिए स्थलीय निरीक्षण किया गया। जल निगम की टीम ने क्षेत्र का मुआयना करते हुए सीवर लाइन और एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) के संभावित स्थानों का चयन करने का प्रयास किया। अगले सप्ताह, विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और इंजीनियर क्षेत्र में आकर कार्ययोजना को अंतिम रूप देंगे।
पिछले माह 18 अक्टूबर को मसूरी नगर पालिका में हुई जन सुनवाई में झड़ीपानी क्षेत्र में सीवर लाइन की अनुपस्थिति का मुद्दा उठाया गया था। उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन के कार्यकर्ता प्रदीप भण्डारी ने झड़ीपानी की उपेक्षा का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यह क्षेत्र मसूरी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, परंतु पिछले 10 वर्षों से यहां सीवर लाइन नहीं बिछाई गई है। जिलाधिकारी सविन बंसल ने इस पर संज्ञान लेते हुए जल निगम को क्षेत्र का सर्वेक्षण कर कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया था।
आज हुए निरीक्षण में जल निगम की जूनियर इंजीनियर शिवानी नौटियाल ने क्षेत्र का विस्तृत अध्ययन किया और बताया कि आगामी एक सप्ताह के भीतर विस्तृत कार्य योजना तैयार की जाएगी। निरीक्षण के दौरान क्षेत्रवासियों ने अधिकारियों से शीघ्र सीवर लाइन बिछाने की मांग रखी।
निरीक्षण के बाद जे.ई. महोदय ने कैमल बैक क्षेत्र में चल रहे कार्यों का भी निरीक्षण किया और वहां की प्रगति का जायजा लिया।
इस मौके पर प्रदीप भण्डारी के साथ जैक जाफरी, वीरने नेगी, अजीत कुमार, मुर्सरत खान, अमीर हुसैन, और जा़मिल हुसैन सहित कई क्षेत्रीय निवासी उपस्थित रहे।