मसूरी: मसूरी की यातायात व्यवस्था और नागरिक सुविधाओं में सुधार के लिए जिलाधिकारी सविन बंसल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने संयुक्त निरीक्षण किया। डीएम ने लाइब्रेरी चौक से पिक्चर पैलेस तक पैदल चलकर यातायात व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सेटेलाइट पार्किंग की दिशा में काम हो रहा है, जिससे मसूरी आने वाले पर्यटकों को पार्किंग की बेहतर सुविधा मिल सकेगी।
डीएम ने मॉल रोड पर वाहनों के आवागमन को नियंत्रित करने के लिए एसडीएम मसूरी को समय सारणी निर्धारित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही शटल सेवा के संचालन की तैयारियों को तेज करने के आदेश भी दिए। उन्होंने किंग्रेग पार्किंग का निरीक्षण किया और एक सप्ताह के भीतर पार्किंग व्यवस्था को सुचारू बनाने तथा वहां शौचालय की सुविधा स्थापित करने के निर्देश दिए। हाथीपांव रोड पर पार्किंग की संभावनाओं का भी निरीक्षण किया गया और एक प्रभावी योजना तैयार करने का आदेश दिया।
पर्यटकों की सुरक्षा के मद्देनज़र, डीएम ने सीसीटीवी कैमरे लगाने का आदेश दिया, और पुलिस अधिकारियों को यातायात सुधार के लिए आवश्यक उपकरणों की मांग का प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के कदम:
जिलाधिकारी ने मसूरी के उप जिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया और वहाँ की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। आईसीयू बंद होने और ऑर्थोपेडिक ऑपरेशन थिएटर (ओटी) की कमी पर डीएम ने तुरंत आवश्यक उपकरण और मानव संसाधन उपलब्ध कराने की स्वीकृति दी। उन्होंने मौके पर ही 10 लाख रुपये की एनेस्थीसिया ट्रॉली की खरीदारी को मंजूरी दी, जो कि अस्पताल की संचालन प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए कि मरीजों को रेफर करने पर इसका उचित कारण लिखना अनिवार्य होगा, अन्यथा बिना कारण रेफर करने पर संबंधित डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अस्पताल को रेफरल सेंटर बनने से रोकने के लिए तुरंत आवश्यक उपकरणों की मांग करने का निर्देश दिया और कहा कि फंड की कोई कमी नहीं होगी।
निरीक्षण के दौरान डीएम ने अस्पताल में प्रसव सेवाओं की भी समीक्षा की और बताया गया कि वर्तमान में अस्पताल में महीने में 20 से 25 प्रसव होते हैं। आकस्मिक स्थिति में 6 से 8 मामलों को जिला चिकित्सालय या दून मेडिकल कॉलेज रेफर किया जाता है। डीएम ने अस्पताल में सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए तत्काल प्रस्ताव भेजने का आदेश दिया, ताकि स्थानीय लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, एसडीएम मसूरी अनामिका, और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय जैन समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।