ऋषिकेश: आज IDPL ग्राउंड ऋषिकेश में भू-कानून और मूल निवास के मुद्दों को लेकर एक विशाल रैली का आयोजन किया गया। इस रैली में उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों से हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए, जो राज्य में भूमि संरक्षण और स्थायी निवास की नीतियों पर पुनर्विचार की मांग कर रहे हैं।
रैली का नेतृत्व स्थानीय संगठनों और जन प्रतिनिधियों ने किया, जिनका मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड में भूमि कानूनों को मजबूत करना और राज्य के मूल निवासियों के अधिकारों की रक्षा करना था।
रैली की मुख्य मांगे
1. कड़े भू-कानूनों की मांग: रैली में शामिल लोग भूमि की सुरक्षा के लिए कड़े कानूनों की मांग कर रहे हैं, ताकि बाहरी लोगों द्वारा भूमि खरीदने की प्रक्रिया को नियंत्रित किया जा सके।
2. मूल निवास प्रमाणपत्र पर फोकस: रैली में एक और महत्वपूर्ण मुद्दा यह था कि राज्य में मूल निवास प्रमाणपत्र के मानकों को सख्त किया जाए, ताकि स्थानीय लोगों को अधिक अवसर और लाभ मिल सके।
रैली में ऋषिकेश और उसके आस-पास के क्षेत्रों से लोग बड़ी संख्या में पहुंचे। इसके अलावा, उत्तरकाशी, पौड़ी, टिहरी, और अन्य दूर-दराज के क्षेत्रों से भी लोग इस जन आंदोलन का हिस्सा बने।
रैली के आयोजकों ने बताया कि यह महज एक शुरुआत है, और अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होती, तो राज्यव्यापी आंदोलन तेज किया जाएगा।
यह विशाल रैली एक स्पष्ट संदेश था कि उत्तराखंड के लोग अपनी भूमि और पहचान की सुरक्षा को लेकर बेहद सजग हैं और इसके लिए वे किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं।