मसूरी, उत्तराखंड।
मसूरी के पिक्चर पैलेस क्षेत्र में स्थित शराब ठेका सरकार की आबकारी नीति की साफ-साफ अवहेलना करता नजर आ रहा है। सरकार द्वारा तय किए गए नियमों के अनुसार किसी भी शराब विक्रय स्थल के आसपास विद्यालय, मंदिर, चर्च आदि से एक निश्चित दूरी बनाए रखना अनिवार्य है, लेकिन मसूरी में इन मानकों की खुलेआम अनदेखी की जा रही है।
स्थानीय नागरिकों और पर्यटकों के अनुसार, यह ठेका धार्मिक और शैक्षणिक स्थलों के अत्यंत समीप संचालित हो रहा है। केवल नियमों की अवहेलना ही नहीं, बल्कि ओवररेटिंग और अवैध वसूली भी यहां आम बात हो चुकी है। सूत्रों की मानें तो प्रत्येक बोतल पर 10 रुपये अतिरिक्त वसूले जाते हैं, जिसे “मालिक का हिस्सा” बताया जाता है, और इसके साथ ही कर्मचारी भी अपना हिस्सा अलग से वसूलते हैं।
हर दिन हजारों पर्यटक और स्थानीय नागरिक इस ठगी के शिकार हो रहे हैं, जबकि प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। इस मामले में पूर्व में भी कई सामाजिक संगठनों ने आवाज उठाई थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
सूत्रों के अनुसार, सरकार अब नियमों का उल्लंघन करने वाले शराब ठेकों पर सख्ती बरतने की तैयारी में है, भले ही उसे इससे राजस्व हानि ही क्यों न झेलनी पड़े।
हम अगले सप्ताह प्रस्तुत करेंगे मसूरी के सभी प्रमुख शराब ठेकों की एक विशेष ग्राउंड रिपोर्ट, जिसमें उजागर होगा कि किस प्रकार पर्यटकों और स्थानीयों को लूटा जा रहा है और कैसे सरकारी मानकों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।