मसूरी नगर पालिका परिषद चुनाव को लेकर कांग्रेस में घमासान जारी है। आज पूर्व महिला कांग्रेस अध्यक्ष और नगर पालिका की पूर्व सभासद भरोसी रावत ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए उन्हें सर्वसम्मति से चुने जाने के बाद भी उनका टिकट साजिश के तहत काट दिया गया।
भरोसी रावत ने बताया कि झूलाघर स्थित एक होटल में आयोजित बैठक में सभी प्रतिनिधियों ने उन्हें सर्वसम्मति से अध्यक्ष पद का उम्मीदवार चुना था। लेकिन अगले ही दिन उन्हें अंधेरे में रखकर उनका नाम हटा दिया गया। उन्होंने इसे एक सोची-समझी साजिश करार देते हुए कहा कि उनके राजनीतिक परिवार को नजरअंदाज किया गया।
रावत ने कहा कि उनके ससुर स्व. भोला सिंह रावत नगर पालिका के अध्यक्ष रह चुके हैं, उनके पति और देवर ने भी पालिका में सेवा दी है। ऐसे में उनके साथ हुआ व्यवहार अपमानजनक है, और इसी कारण वह स्वेच्छा से पार्टी छोड़ रही हैं।
इस मामले पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष अमित गुप्ता ने सफाई देते हुए कहा कि बैठक के निष्कर्ष चुनाव प्रभारी प्रकाश जोशी को भेजे गए थे। पार्टी ने युवाओं को मौका देने की नीति के तहत मंजू भंडारी को अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाया। भरोसी रावत के इस्तीफे को लेकर उन्होंने कहा कि पार्टी उन्हें मनाने का प्रयास करेगी, क्योंकि वह कांग्रेस की वरिष्ठ कार्यकर्ता रही हैं।
रावत के इस्तीफे के बाद नगर पालिका चुनाव में कांग्रेस के अंदर चल रहे मतभेद खुलकर सामने आ गए हैं, जिससे पार्टी को बड़ा झटका लग सकता है।