मसूरी नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष पद की सीट ओबीसी महिला के लिए आरक्षित होने के बाद चुनावी हलचल बढ़ गई है। इस बीच, पूर्व पालिका अध्यक्ष ओ.पी. उनियाल की पुत्रवधू और पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक की पुत्री, विदुषी निशंक को भाजपा से प्रत्याशी बनाए जाने की मांग जोर पकड़ रही है।
मसूरी के स्थानीय लोगों का कहना है कि विदुषी निशंक, जो ओबीसी वर्ग से संबंधित हैं, को नगर पालिका का अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए। उनका मानना है कि मसूरी की “बहू” के नेतृत्व में शहर का विकास तेज गति से हो सकेगा।
पूर्व पालिकाध्यक्ष ओ.पी. उनियाल ने भी इस संभावना को खारिज नहीं किया। उन्होंने कहा, “विदुषी को चुनावी मैदान में उतारने को लेकर कई लोगों ने मुझसे संपर्क किया है। इस पर मैं परिवार और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से चर्चा करूंगा, जिसके बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा।”
विदुषी निशंक का शैक्षणिक और पेशेवर रिकॉर्ड भी काफी प्रभावशाली है। उन्होंने एमिटी यूनिवर्सिटी से एलएलबी में गोल्ड मेडल हासिल किया है, जबकि कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी, लंदन से एलएलएम की पढ़ाई की है। इसके अलावा, उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से कॉमनवेल्थ स्कॉलरशिप भी प्राप्त की है। वर्तमान में वे नैनीताल हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता के रूप में प्रैक्टिस कर रही हैं।
महिला सशक्तिकरण और बाल शिक्षा के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही विदुषी “कुसुम कांता फाउंडेशन” की संस्थापक भी हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा से विदुषी निशंक को टिकट मिलता है या नहीं, और यह फैसला मसूरी की राजनीति को कैसे प्रभावित करेगा।