मसूरी:एमडीडीए (मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण) के लंढौर बेकरी हिल पार्किंग कार्यालय के बाहर पिछले तीन दिनों से चल रहे धरने को समाप्त कर दिया गया है। यह धरना युवा बेरोजगार मंच द्वारा नियमों का उल्लंघन कर बनाए गए निर्माण और उसमें चल रही व्यावसायिक गतिविधियों के खिलाफ दिया जा रहा था।
धरने का नेतृत्व कर रहे निनित दत्त ने बताया कि जेपी बैंड के पास एक सचिवालय अधिकारी द्वारा नियमों के खिलाफ निर्माण कार्य किया गया, जिसमें व्यावसायिक गतिविधियां चलाई जा रही थीं। उन्होंने कहा, “एक साल पहले इस मुद्दे पर ज्ञापन दिया गया था, लेकिन एमडीडीए ने कार्रवाई नहीं की। इसीलिए हमें धरना देना पड़ा।”
एमडीडीए की प्रतिक्रिया
धरने के दौरान एमडीडीए के अधिशासी अभियंता आनंद राम ने बताया कि विवादित भवन में दो अतिरिक्त तल बनाए गए हैं, जो नियमों का उल्लंघन है। विभाग ने इस पर चालान करते हुए मामला दर्ज कर लिया है। इस मामले की सुनवाई के बाद आगे की कार्रवाई, जिसमें भवन सील करना और अवैध निर्माण हटाना शामिल हो सकता है, की जाएगी।
आंदोलन की सफलता:
धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों ने इसे अपनी पहली जीत बताया। निनित दत्त ने कहा, “एमडीडीए ने चालान काटा है, लेकिन हमारा लक्ष्य अभी पूरा नहीं हुआ है। अब हम इस अवैध निर्माण की सीलिंग और ध्वस्तीकरण के लिए दबाव बनाएंगे। साथ ही, नाले पर किए गए कब्जे को हटाने की भी मांग करेंगे।” धरने में शामिल प्रमुख लोगों में मोहन केंतुरा और मौ. फराज का भी योगदान रहा।
विश्लेषण:
यह मामला न केवल अवैध निर्माण का है, बल्कि शहर के विकास और प्रशासनिक कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाने की भी मांग करता है। युवा बेरोजगार मंच का यह कदम भविष्य में मसूरी जैसे पर्यटन स्थलों पर अतिक्रमण और अव्यवस्थित विकास पर अंकुश लगाने में सहायक हो सकता है।