मसूरी: त्रिलोक रावत और उनके पुत्रों, ऋषभ रावत और पारसवीर रावत, को प्रतापनगर जनकल्याण समिति द्वारा टिहरी झील में साहसिक तैराकी के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया गया। उन्होंने बिना लाइफ जैकेट के 24 किमी की तैराकी करते हुए कोटि कॉलोनी से कंडी सौर तक का सफर 9 घंटे में पूरा किया। उनकी इस उपलब्धि को गिनीज बुक ऑफ लिम्का में दर्ज कराने के लिए प्रस्ताव भी भेजा गया है।
समारोह में काबीना मंत्री गणेश जोशी मुख्य अतिथि थे, जिन्होंने त्रिलोक रावत और उनके पुत्रों के साहस की सराहना की। उन्होंने कहा, “यह राज्य के लिए गर्व का क्षण है। त्रिलोक रावत और उनके पुत्रों ने टिहरी झील को पार कर उत्तराखंड का मान बढ़ाया है। राज्य सरकार उन्हें हरसंभव समर्थन देगी और राज्य स्थापना दिवस पर भी उन्हें सम्मानित किया जाएगा।”
प्रतापनगर के विधायक विक्रम सिंह नेगी ने भी इस अवसर पर कहा कि टिहरी झील अब साहसिक खेलों के लिए एक वरदान साबित हो रही है, और त्रिलोक रावत व उनके पुत्रों ने इसकी शुरुआत कर दी है।
समारोह में अन्य प्रमुख उपस्थित लोग थे: ब्लॉक प्रमुख प्रदीप रमोला, पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल, मोहन पेटवाल, पुष्पा पडियार, मुलायम सिंह रावत, रजत अग्रवाल, जगजीत कुकरेजा, भगवान सिंह धनाई, भगवान सिंह रावत, भरोसी रावत, नमिता कुमाई, भरत कुमाई, वीरेंद्र राणा, सुरेंद्र राणा, परमवीर खरोला, मनीषा खरोला, जोगेन्दर सिंह, शिव अरोड़ा, राजेश शर्मा, नागेंद्र उनियाल, अतुल अग्रवाल, और प्रतापनगर जनकल्याण समिति के सदस्य।
त्रिलोक रावत ने इस अवसर पर अपनी यात्रा की कहानी साझा की और जिलाधिकारी मयूर दीक्षित सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों, आईटीबीपी और एसडीआरएफ टीम का आभार व्यक्त किया।