मसूरी: मसूरी में वर्ष 2020 में जिन 19 भवनों को गिरासू घोषित किया गया था, उन पर आखिरकार नगर पालिका ने आज एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) के निर्देशों के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है। इन भवनों को खतरनाक स्थिति में पाए जाने के बाद चिन्हित किया गया था और इन्हें तुरंत खाली करने के निर्देश दिए गए थे। हालांकि, अधिकांश भवन स्वामियों ने अब तक इस पर कोई कदम नहीं उठाया, जिसके परिणामस्वरूप नगर पालिका ने स्वयं इन भवनों को गिराने का काम शुरू किया।
आज की कार्रवाई के दौरान नगर पालिका की टीम ने बाटाघाट क्षेत्र में स्थित नगर पालिका की खुद की संपत्ति को ध्वस्त किया, इसके अलावा राधा भवन स्टेट और मोतीलाल नेहरू मार्ग पर स्थित अन्य दो भवनों को भी गिराया गया। इस प्रकार कुल तीन भवनों को आज नगर पालिका की टीम ने गिरा दिया है।
नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी राजेश नैथानी ने जानकारी दी कि इन 19 भवनों को गिरासू घोषित किए जाने के बाद मालिकों को इन्हें खाली करने और ध्वस्त करने का निर्देश दिया गया था। उन्होंने यह भी बताया कि यदि शेष भवन स्वामी समय पर स्वयं भवनों को नहीं गिराते हैं, तो नगर पालिका द्वारा इन्हें जमींदोज किया जाएगा। इस प्रक्रिया का सारा खर्चा भवन स्वामियों को ही वहन करना होगा, जिससे किसी भी प्रकार की देरी या आपत्ति की संभावना को समाप्त किया जा सके।