जसप्रीत बुमराह की शानदार गेंदबाजी का इंग्लैंड के पास नहीं था जवाब : नासिर हुसैन

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लंदन:  इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने कहा कि भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गये दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में जसप्रीत बुमराह की जादुई स्पैल ने बड़ा अंतर पैदा किया, जिसका मेहमान टीम के बल्लेबाजों के पास कोई जवाब नहीं था। सभी प्रारूपों में भारत के पसंदीदा गेंदबाज बुमराह के शानदार प्रदर्शन के दम पर भारत ने 106 रन की जीत के साथ पांच मैचों की श्रृंखला में शानदार वापसी की। उन्होंने ने इंग्लैंड की पहली पारी में रिवर्स स्विंग का शानदार नजारा पेश करते हुए छह विकेट चटकाये। इसके बाद दूसरी पारी में उन्हें तीन सफलता मिली। बुमराह ने इस मैच में 91 रन देकर नौ विकेट लिये।

नासिर हुसैन ने ‘स्काई स्पोर्ट्स’ के अपने कॉलम में लिखा,  मुझे लगता है कि दोनों टीमों के बीच में बुमराह की जादुई गेंदबाजी ने बड़ा अंतर पैदा किया था।  उन्हें आज (सोमवार) तीन विकेट मिले, लेकिन पहली पारी में उन्होंने अविश्वसनीय स्पैड डाल कर 45 रन पर छह विकेट लिये थे। इससे इंग्लैंड की टीम सपाट पिच पर 253 रन पर आउट हो गयी। विशाखापत्तनम में भारत की जीत में बुमराह की गेंदबाजी और युवा यशस्वी जयसवाल (209 रन) का पहली पारी में दोहरा शतक मुख्य आकर्षण थे। हुसैन का मानना है कि इंग्लैंड के बल्लेबाजों के पास बुमराह की इस गेंदबाजी का कोई जवाब नहीं था। 

उन्होंने कहा, कभी-कभी आप अपनी टीम के प्रति आलोचनात्मक हो सकते हैं, अपने प्रदर्शन को देखकर कह सकते हैं, हम इससे बेहतर क्या कर सकते थे?’ लेकिन कभी-कभी आपको प्रतिद्वंद्वी टीम का सम्मान करना पड़ता है और कहना पड़ता है कि उनकी प्रतिभा ने उन्हें प्रभावित किया है। हुसैन ने कहा, बिल्कुल वैसा ही हुआ। इंग्लैंड की पहली पारी में बुमराह का वह स्पैल शानदार था। रिवर्स स्विंग, अपने थोड़े अपरंपरागत एक्शन के साथ और जिस तरह से वह ऑफ साइड की ओर झुकते हैं उससे अच्छा कोण बनता है। इंग्लैंड की पहली पारी में शानदार लय में में चल रहे ओली पोप को यॉर्कर से चकमा देने से पहले पहले बुमराह ने टेस्ट क्रिकेट में आठवीं बार जो रूट को आउट किया था।

 हुसैन ने कहा, वह इस समय जो रूट पर हावी है। उसने उसे टेस्ट क्रिकेट में उसे आठ बार आउट किया है।  उसने ओली पोप को अंदर आती शानदार यॉर्कर पर बोल्ड किया। उन्होंने बेन स्टोक्स को भी राउंड द विकेट से गेंदबाजी कर बोल्ड किया और इंग्लैंड के कप्तान ने अविश्वास में अपना बल्ला गिरा दिया।